डीजीपी साब, विधायक मनोज रावत के गनर को तुरंत बर्खास्त करो।

 



- विधायक को एसपीजी मिले और उनसे कोई सवाल न पूछें?
- प्रदेश के इतिहास की पहली घटना, पेट्रोल छिड़कर जान लेने का प्रयास।
रुद्रप्रयाग के बाड़व गांव में नशे में धुत्त एक दहेजलोभी युवक ने विधायक मनोज रावत को दहेज न लाने वाली बीबी समझ लिया और  विधायक पर पेट्रोल छिड़कर जान लेने की योजना बना डाली। हां, अंतर इतना है कि उसने दहेज हत्या की तर्ज पर इसे अकेले में अंजाम देने की कोेशिश नहीं की और बल्कि सार्वजनिक तौर पर विधायक के बहादुर गनर के सामने उन पर तेल छिड़कने के लिए बकायदा केन हाथ में ले लिया। वहां मौजूद एक जेई भी युवक को अच्छे संस्कार न होने की लानत भेजता है। विधायक की सुरक्षा में तैनात जांबाज गनर पता नहीं गन थी या नहीं? ने युवक को हौले से धकेला भी। लेकिन यह गनर की कोताही ही थी कि उस युवक को गोली क्यों नहीं मारी? गजब हाल है, विधायक की जान पर खतरा था और पुलिस का यह जांबाज चुप खड़ा था। इसलिए डीजीपी साहब, इस गनर पर कार्रवाई तो बनती ही है। आप ही बताएं डीजीपी साब, आखिर कांग्रेस के कितने विधायक हैं? एक विधायक भी कम हो गया तो कांग्रेस तो मर ही जाएगी? प्लीज आप कांग्रेस विधायकों का ध्यान रखिए। जनता की कोई ससुरालनुमा मांग हो तो साफ कह दीजिए अब टर्म पूरा होने दीजिए, अगले विधायक से ही शिकायत करें। हां, इतना और विचार करें कि विधायक साब को एसपीजी सुरक्षा मुहैया करादें। इस बार केन लेकर आया था हमलावर, अगली बार पाइप ही ले आएं तो मुश्किल होगी।