मोदी सरकार ने पांच करोड किसानों को ठगा?

मोदी सरकार ने पांच करोड किसानों को ठगा?
- किसान सम्मान निधि से गायब हो गये पांच करोड़ किसान
- उत्तराखंड के चार लाख किसानों के साथ धोखा!
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले मोदी 1.0 सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के तहत किसानों को हर साल छह हजार रुपये देने की घोषणा की थी। इसके तहत देश भर से सात करोड़ 38 लाख 42 हजार 589 किसानों को पात्र बनाया गया था। किसानों को दो-दो हजार रुपये की दो किश्त तो चुका दी गई लेकिन तीसरी किस्त लोकसभा चुनाव के बाद दी जानी थी। मोदी सरकार के दोबारा सत्ता में लौटने के बाद पांच करोड़ किसानों को इस योजना से हटा दिया गया। पीएम किसान पोर्टल पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार मोदी सरकार ने पहली किस्त के तौर पर छह करोड़ 78 लाख 89 हजार 644 किसानों को 2000-2000 रुपये दिये। आश्चर्य तब होगा कि दूसरी किस्त में किसानों की संख्या घटकर 5 करोड़ 14 लाख 20 हजार 802 रह गयी और चुनाव जीतने के बाद मोदी सरकार ने तीसरी किस्त 1 करोड़ 74 लाख 20 हजार 230 किसानों को ही दी। इस तरह से मोदी सरकार ने पांच करोड़ किसानों के साथ धोखा किया और उन्हें सम्मान निधि नहीं मिली।  इस योजना से उत्तराखंड के 6 लाख 28 हजार 435 किसानों को पात्र पाया गया था। पहली किस्त 6 लाख 8636 किसानों को मिली। दूसरी किस्त 4 लाख 7480 को मिली और तीसरी किस्त महज 2 लाख 45 हजार 825 किसानों को। साफ है कि मोदी सरकार ने किसानों के वोट लेने के बाद पांच करोड़ किसानों को यात तो धोखा दिया है या ये विश्व का सबसे बड़ा घोटाला बन गया है कि अधिकारियों ने किसानों का पैसा हड़प कर लिया।